मंगलवार, 18 जुलाई 2017

श्रीराधारानी की सखियाँ


भक्तमाल आदि ग्रन्थों में श्री राधारानी की सखियों का वर्णन मिलता हैं। श्रीराधाकिशोरी जी पांच प्रकार की सखियाँ मानी जाती हैं-
1. सखी - कुसुमिका, विन्ध्या, धनिष्ठा
2. नित्यसखी- कस्तूरी व मणिमंजरिका
3. प्राणसखी - शशिमुखी, वासन्ती, लासिका
4. प्रिय सखी- कुरंगाक्षी, मंजुकेशी, माधवी, मालती
5. परमप्रेष्ठ सखी- श्रीललिता, विशाखा, चित्रा, इन्दुलेखा, चम्पकलता, रंगदेवी, तुंगविद्या व सुदेवी। ये आठ सखी ही "अष्टसखी" के नाम से विख्यात हैं।

-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया

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