शनिवार, 3 जनवरी 2015

वेद

विश्व के प्राचीनतम ग्रंथ है वेद। वेद शब्द का अर्थ है-ज्ञान। चार वेद हैं-ऋग्वेद,यजुर्वेद,सामवेद और अथर्ववेद।
ऋग्वेद में देवताओं के आवाहन और स्तुति संबंधी पद्यात्मक मंत्र है जिन्हें “ऋचा” कहते हैं। यजुर्वेद में मुख्यतः यज्ञ की आहुति के समय बोले जाने वाले मंत्र हैं जो “यजुष” कहलाते हैं। सामवेद में यज्ञ के समय सस्वर गाये जाने वाले मंत्र हैं। अथर्ववेद में अनेक विद्याओं और ज्ञान-विज्ञान से संबंधित मंत्र हैं। मंत्र संख्या की दृष्टि से “ऋग्वेद” सबसे बड़ा वेद है। ऋग्वेद में दस (१०) मण्डल हैं। ऋग्वेद में एक हजार पांच सौ अस्सी (१०५८०) ऋचाएं हैं। ऋ़ग्वेद का प्रथम मंत्र अग्नि देवता के लिए है। ऋग्वेद की सर्वाधिक ऋचाएं त्रिष्टुप छंद में हैं जिनकी संख्या ४,२५१ हैं। इसके अतिरिक्त गायत्री,जगती और अनुष्टुप छंद में भी पर्याप्त ऋचाएं हैं।

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