रविवार, 9 नवंबर 2014

चार पुरुषार्थ

धर्म,अर्थ,काम,मोक्ष हिंदू धर्म के चार पुरुषार्थ हैं। मेरे देखे इनका क्रम बड़ा महत्वपूर्ण है। “अर्थ और काम” ये दो ऐसे तत्व है जो मनुष्य आसानी से भटका सकते हैं इसीलिए इन पर “धर्म और मोक्ष” नामक दो पहरे बिठा दिए। इसका आशय है कि मनुष्य अर्थोपार्जन करे लेकिन धार्मिक रीति से और कामोपभोग करे लेकिन मोक्ष की मर्यादा में। इस प्रकार के बहुमूल्य सूत्रों के कारण हमारे सनातन धर्म की श्रेष्ठता है।

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