जब पुरूष और स्त्री की जाति समान ना हो तो उनसे उत्पन्न सन्तान "वर्णसंकर" कहलाती है। "वर्णसंकर" निम्न प्रकार के होते हैं-
१. चाण्डाल- शूद्र पुरूष और ब्राह्मण स्त्री से उत्पन्न सन्तान "चाण्डाल" कहलाती है।
२. देवल- क्षत्रिय पुरूष और ब्राह्मण स्त्री से उत्पन्न सन्तान "देवल" कहलाती है।
३. पुक्क्स- शूद्र पुरूष और क्षत्रिय स्त्री से उत्पन्न सन्तान "पुक्क्स" कहलाती है।
४. मागध- शूद्र पुरूष और वैश्य स्त्री से उत्पन्न सन्तान "मागध" कहलाती है।
अत: उत्तम तथा अधम जाति में परस्पर विवाह नहीं होना चाहिए।
-अग्नि पुराण
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